मल ,कीचड़ और सेप्टेज प्रबंधन भारत के सभी राज्यों और शहरों के लिए प्राथमिकता है। भारत में कोई भी शहर ऐसा नहीं है जहाँ सीवर व्यवस्था 100% हो। इसलिए सेप्टेज प्रबंधन को तत्काल प्राथमिकता से लिया जाना आवश्यक है। भारत ने FSSM पर 2017 की राष्ट्रीय नीति के माध्यम से पिछले पांच वर्षों में सेप्टेज प्रबंधन पर ध्यान देना शुरू किया है।
पिछले पांच वर्षों में, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के साथ उत्तर प्रदेश (यूपी) ने सेप्टेज प्रबंधन की दिशा में बड़ी प्रगति की है। अब यूपी के 56 शहरों में सेप्टेज प्रबंधन का बुनियादी ढांचातैयार हो चुका है। लेकिन अभी भी यूपी में 700 से अधिकशहर ऐसे हैं जहाँ मल कीचड़ के उपचार के लिए बुनियादी ढांचे और प्रणालियाँ उपलब्ध नहीं हैं।
नगर विकास विभाग (DoUD) उत्तर प्रदेश के अनुरोध पर सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट ने शहरों को कार्यात्मक, टिकाऊ और समावेशी स्वच्छता सेवाएं प्राप्त एवं पूर्ण करने में सहायता के लिए ईज ऑफ सेप्टेज मैनेजमेंट (ESM) टूल विकसित किया है ।
ESM टूल एक सरल स्टार रेटिंग टूल है जो शहरों को अपनी सेप्टेज प्रबंधन सेवाओं को ज्यादा से ज्यादा बेहतर बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है, ताकि उच्च स्तर के परिणाम प्राप्त किए जा सके और लोगों तक स्वच्छता सेवाओं की पहुंच में समानता हासिल की जा सके।
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