इस मुद्देको थोड़ा बेहतर ढंग से समझने के लिए हम देश भर से हिंदी में लिखने वाले पत्रकारों को मंथन के छठे संस्करण में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं। दो घंटे के इस सत्र में प्रमुख पहलुओं जैसे भूजल प्रदूषण और संसाधन पर उभरते खतरों (नाइट्रेट प्रदूषण) आदि पर केंद्रित एक ब्रीफिंग को डिजाइन किया गया है। भूजल से जुड आंकड़े और सांख्यिकी तक पहुंच के लिए सूचनाओं के स्रोत इस सत्र का हिस्सा होंगे। मंथन में प्रशिक्षण के लिए भूजल मामलों से जुड सीएसई के विशेषज्ञ और इस मुद्देको नियमित कवर करने वाले डाउन टू अर्थ के पत्रकार शामिल होंगे। |
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किसी अन्य विवरण के लिए, कृपया सीएसई मीडिया रिसोर्स सेंटर की सुकन्या नायर से संपर्क करें |
एजेंडा | |
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डाउन टू अर्थ : कवर स्टोरी | |
विषपान एक बेहद जटिल और लंबी प्राकृतिक प्रक्रिया के तहत हमारी प्यास को शातं करने वाला साफ पानी जमीन के नीचे भंडारित होता है।पर है। आगे पढ़ें... |
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ब्रीफिंग नोट | |
आखिरी खजाने पर सेंध : देश की 98 फीसदी निगरानी वाली जगहों पर भू-जल में मिला नाइट्रेट प्रदूषण | |
प्रेज़न्टेशन | |
खेती की पद्दति और भूजल में नाइट्रेट प्रदूषण By: डॉक्टर प्रभात कुमार तंवर, रिसर्चर, सस्टेनबल इंडिया ट्रस् |
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भारत में भूजल की स्थित By: सुष्मिता सेनगुप्त, वरिष्ठ कार्यक्रम प्रबंधक, ग्रामीण जल यूनिट, सीएसईा |
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सही आंकड़ों की खोज By: किरण पांडेय, कार्यक्रम निदेशक, एनवॉयरमेंटल रिसोर्जसे यूनिट, सीएसई |
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डीटीई की पड़ताल By: विवेक मिश्रा, वरिष्ठ पत्रकार, डाउन टू अर् |
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